अभी के समय में इन्वर्टर हर घर में होता है। क्योकि इन्वर्टर एक घरेलु जरुरत बन चूका है। बिजली सप्लाई नियमित न होने के कारण लाइट के बैकअप के लिए इन्वर्टर काफी महत्वपूर्ण होता है। इन्वर्टर के कारण घर में 24 घंटे बिजली की सुविधा रहती है। जिससे रोजमर्रा के काम एवं गर्मी के दिनों में दिक्कत नहीं होती है। आपके घर में भी इन्वर्टर है तो इसमें क्या मेन्टेन्स होता है।
बैटरी का बैकअप बनाये रखने के लिए कितने दिन में पानी डालना जरुरी होता है। इसकी जानकारी आपको होना काफी महत्वपूर्ण है। इससे आपके हजारो रु भी बचते है। और समय पर बैटरी की देखभाल से अच्छा बैकअप भी आप ले सकते है। आइये जानते है। कितने समय के अंतराल पर पानी डालना चाहिए और मेन्टेन्स में क्या कुछ महत्वपूर्ण होता है।
इन्वर्टर का मैंटीनैंस
घरो में लोग सिंगल या डबल बैटरी के इन्वर्टर रखते है। और आज कल आटोमेटिक इन्वेर्टर आने लगे है। जिनमे सब आटोमेटिक कण्ट्रोल होता है। इनमे ख़ास मेन्टेन्स की जरूरत नहीं होती है। लेकिन बैटरी को ख़ास मेन्टेन्स की जरुरत होती है। फिर भी इन्वर्टर को ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहा पर हवा आसानी से लगे। ताकि इसमें हिटिंग की समस्या ना आये। वैसे तो इसमें फैन लगा होता है। जो इन्वर्टर को हिट होने से रोकता है। लेकिन खुले में इन्वर्टर काफी बेहतर काम करता है। साथ में इसको धुल मिटटी वाले या पानी , सीलन वाली जगह पर न रखे। इससे इन्वर्टर की बॉडी जंग पकड़ सकती है। जिससे जल्दी ख़राब होने के चांस होते है।
बैटरी का बैकअप लेने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
इन्वर्टर में बैटरी सबसे महत्वपूर्ण भाग है। यदि समय पर इसकी रिफिलिंग नहीं होती है वाटर लेवल मेन्टेन नहीं किया जाता है तो इसका बैकअप धीरे धीरे कम होने लगता है और काफी कम समय में सही से देखभाल न होने के चलते बैटरी ख़राब हो जाती है। बैटरी में अलग अलग पॉइंट होते है। जिसमे हर पॉइंट में एक लेवेलर होता है। इनमे एक लेवल तक वाटर डाला है। तो खासतौर पर पानी डालते समय ध्यान रखे की ग्रीन पॉइंट तक हर पॉइंट में वाटर डाले। 2 से 4 महीने के दौरान वाटर लेवल को चेक करते रहे। क्योकि धीरे धीरे वाटर लेवल कम होने लगता है।
गर्मी के दिनों में जरुरी है वाटर लेवल
गर्मी के दिनों में बैटरी की परफॉरमेंस को बनाये रखने के लिए हर महीने बैटरी का वाटर लेवल चेक करना जरुरी है। गर्मी के दिनों में बैटरी वाटर लेवल जल्दी निचे जाता है । ऐसे में हर 45 दिन के अंतराल पर बैटरी में पानी यदि कम है तो इसको लेवल तक फिर से डाले। इससे बैटरी लम्बे समय तक चलेगी और बैकअप भी अच्छा देगी। पानी डालते समय ध्यान रखे की बैटरी एवं इन्वर्टर की सप्लाई कट कर दी हो और चार्जिंग के लिए मैन लाइन से स्विच को भी निकाल दिया होना जरुरी है। नहीं तो आपको शॉक लग सकता है।
बैटरी में डाले हमेशा डिस्टिल्ड वाटर
इन्वर्टर बैटरी के लिए हम घरो में इस्तेमाल होने वाले पानी से रिफिल नहीं कर सकते है। इसके लिए स्पेशल डिस्टिल्ड वाटर आता है। जो बैटरी के लिए उपयुक्त होता है। इनवर्टर की बैटरी में सिर्फ डिस्टिल्ड वाटर को डालने की सलाह दी जाती है। इसमें नल या आरओ द्वारा शुद्ध किए गए पानी को डालने की गलती बिल्कुल न करें। क्योंकि इसमें अशुद्धियां होती है, जो बैटरी को खराब करने का काम करती है।