SBI MCLR : स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। जिसने 15 जुलाई से अपनी MCLR दरों में इजाफा किया है। जिसके चलते लोन सम्बंधित सुविधाओं का लाभ लेने वालो के लिए बड़ा झटका लगने वाला है। MCLR दरों में इजाफे के साथ ही लोन सम्बंधित सुविधा लेने वाले लोगो की जेब पर असर होने वाला है। SBI में बेस लैंडिग रेट MCLR में इजाफे के बाद 8.10 प्रतिशत से 9 प्रतिशत हो चूका है। जबकि ओवर नाईट MCLR बढ़कर 8.10 फीसदी हो चूका है ।
MCLR में इजाफे का क्या होगा असर
SBI की तरफ से MCLR में बढ़ोतरी के बाद Retails Loan , Home loan , Auto Loan लेने वालो पर असर होने वाला है। EMI में इजाफा देखने को मिल सकता है। जब भी MCLR दरों में इजाफा होता है तो लोन एवं EMI में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इससे कस्टमर को अधिक पैसा भरना पड़ता है। आप ये तो जानते ही होंगे की MCLR दर बैंक की तरफ से दिए जाने वाले लोन के लिए न्यूनतम दर होती है। इससे कम दर पर बैंक लोन नहीं दे सकते है।
SBI MCLR में कितना इजाफा हुआ है।
1 महीने का MCLR 8.35 फीसदी हो चूका है। 3 महीने के लिए MCLR दर 8.40 फीसदी पर आ चूका है। 6 महीने के लिए SBI में MCLR दर 8.75 फीसदी पर आ चूका है। जबकि 1 साल के लिए MCLR दर 8.85 फीसदी हो चूका है। SBI का BLR रेट MCLR में बढ़ोतरी के साथ 8.10 फीसदी से बढ़कर 9 फीसदी पर आ चूका है। जबकि ओवर नाईट MCLR रेट 8.10 फीसदी हो चूका है। 2 साल के लिए MCLR दर 8.85 फीसदी से बढ़कर 8.95 फीसदी एवं 3 साल के लिए MCLR 8.95 से बढ़कर 9 फीसदी हो चूका है।
15 जुलाई से लागु हो चुकी है नई दरें
SBI की तरफ से MCLR दरों में किया गया संसोधन 15 जुलाई 2024 से लागु हो चूका है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से चुनिंदा अवधियों पर अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड कर्ज की दरों (MCLR) में 10 आधार अंक यानी 0.10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं तीन साल के एमसीएलआर को 5 आधार अंक बढ़ाकर 9% कर दिया गया है