SIP : देश में SIP को लेकर अलग अलग क्रेज है। लोग काफी तेजी के साथ इसकी तरफ आकर्षित हो रहे है। सबको शार्ट कट से पैसा बनाना है। सब लोग झटके में अमीर बनना चाहते है। लेकिन ऐसा सिस्टम कही नहीं होता है। की झटके में अमीर बन जाए। हां रिटर्न काफी अच्छा मिल सकता है। वो भी लम्बे समय की अवधि के निवेश के जरिये भी पॉसिबल है। SIP में मिलने वाले रिटर्न के कारण ही लोग इसकी तरफ आकर्षित होते है।
और ये सच भी है की SIP में काफी अच्छा रिटर्न मिलता है। लेकिन इसमें रिस्क भी उतना ही अधिक होता है। क्योकि SIP सीधा मार्किट के साथ जुड़ा होता है। मार्किट में होने वाले बदलाव का असर सीधा रिटर्न पर होता है। लेकिन लॉन्ग टर्म का विकल्प इसमें कुछ फीसदी तक जोखिम को कम करता है। चलिए जानते है SIP में यदि एक करोड़ का फण्ड बनाना है तो कितना समय लगेगा।
1 करोड़ का फण्ड
SIP में फण्ड कितना बनेगा वो निवेश एवं रिटर्न पर पूर्ण रूप से निर्भर करता है। मान लीजिये आपने SIP में हर महीने 1000 रु का निवेश शुरू किया है और इसमें आपने 26 साल के लिए निवेश किया। 26 साल बाद आपको रिटर्न यदि 20 फीसदी मिलता है। तो आपका 1,05,32,714 रु के लगभग रिटर्न बन सकता है। इसमें आपका निवेश 3,12,000 के लगभग होता है। आमतौर पर औसत रिटर्न 10 से 15 फीसदी तक माना जाता है हमने हाईएस्ट रिटर्न पर गणना की है।
12 फीसदी रिटर्न
SIP में हर महीने 1000 रु निवेश पर यदि हम 12 फीसदी रिटर्न माने तो इसमें समय बढ़ जायेगा। लगातार 40 साल निवेश करना होगा। तब आप करोड़ का लेवल छू पाएंगे। इसमें 480000 रु के लगभग आपका निवेश बनेगा और 12 फीसदी के हिसाब से रिटर्न एवं जमा राशि 1,18,82,420 तक हो सकता है। रिटर्न कम होगा तो समय बढ़ जायेगा।
15 फीसदी रिटर्न
यदि 1000 रु के प्रतिमाह निवेश पर हम 15 फीसदी का रिटर्न माने तो आपको 33 साल SIP करना होगा। इसके बाद ही आप एक करोड़ के लगभग फण्ड तैयार कर सकते है। इसमें निवेश राशि 3,96,000 रु के लगभग रहेगी और रिटर्न 33 साल के बाद 1,06,12,645 रु के लगभग हो सकता है।
शेयर मार्किट में बदलाव के चलते रिटर्न काफी तेजी के साथ प्रभावित होता है। जो लोग कम समय के लिए SIP करते है उनको इसमें अधिक जोखिम होता है। लम्बी अवधि के लिए किये गए SIP निवेश पर काफी हद तक इसका प्रभाव कम हो सकता है। रिटर्न भी काफी अच्छा देखने को मिल सकता है।
मार्किट में बदलाव के चलते रिटर्न कम अधिक होता है। लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश पर इसका प्रभाव कम हो सकता है। शेयर मार्किट कभी भी स्टेबल नहीं होता है। SIP मार्किट से लिंक्ड होता है। इसलिए इसमें जोखिम भी अधिक होता है। लेकिन हाई रिटर्न का लालच लोगो को निवेश की तरफ लेकर जाता है। देश में बहुत से ऐसी कंपनी मार्किट में आ चुकी है। जो SIP इन्वेस्टमेंट की सुविधा दे रही है। काफी जानी मानी कंपनी भी इसमें शामिल है।
Note : यहाँ पर संभावित गणना दी गई है। SIP में लगातार रिटर्न बदलाव होते है। तो गणना में बदलाव संभव है। निवेश की सलाह नहीं दी गई है। निवेश से पहले सम्बन्धित एक्सपर्ट से सलाह जरूर ले।