SIP Calculation : हर व्यक्ति करोड़ पति बनने का सपना देखता है। और इसको लेकर अलग अलग जगह पर निवेश करता है। लेकिन आज के समय में SIP का क्रेज बढ़ा है। छोटे गाँवों से लेकर शहरों तक SIP का बोलबाला है। स्टॉक मार्किट से लेकर SIP निवेश काफी तेजी के साथ बढ़ रहा है। लेकिन इसमें जोखिम भी काफी अधिक होता है। SIP में रिटर्न भी काफी अच्छा मिलता है। वेल्थ क्रिएशन के लिहाज से SIP को काफी अच्छा माना जाता है।
SIP में निवेश स्टॉक मार्किट में निवेश के लिहाज से कम जोखिम होता है। लेकिन SIP मार्किट से लिंक होती है। तो फिक्स्ड रिटर्न की उम्मीद करना बेवकूफी होती है। जोखिम तो होता ही है। लेकिन SIP में लचीली निवेश सुविधा, अधिक रिटर्न, के चलते काफी लोकप्रिय हो चुकी है। आमतौर पर SIP में 12 फीसदी तक अनुमानित रिटर्न लॉन्ग टर्म निवेश में माना जाता है। जो लोग SIP में लम्बी अवधि के लिए निवेश करते है उनको कंपाउंडिंग का फायदा मिलने के कारण एसआईपी में लॉन्ग टर्म में अच्छा खासा फायदा होता है और आप तेजी से वेल्थ क्रिएशन कर पाते हैं.
1000 रु 20 वर्षो के लिए प्रतिमाह पर कितना रिटर्न मिल सकता है।
SIP में रिटर्न कभी भी फिक्स्ड नहीं होता है। मार्किट लिंक्ड होने के कारण रिटर्न कम अधिक होता रहता है। यदि हर महीने 1000 रु SIP 20 वर्षो के लिए करते है तो ये एक लम्बी अवधि का निवेश हो जाता है। इसमें 20 वर्षो तक लगातार निवेश जारी रखने पर 2,40,000 रु का टोटल अमाउंट आपकी तरह से इन्वेस्ट होता है । और अगर इसमें 12 फीसदी तक रिटर्न भी माने तो 20 वर्ष की अवधि के बाद लगभग 7,59,148 तक रिटर्न मिल सकता है। टोटल 9,99,148 रु की रकम 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से अनुमानित मिल सकती है।
SIP में निवेश आगामी भविष्य में जैसे कि बच्चों की शिक्षा, घर खरीदने या रिटायरमेंट के लिए धन इकट्ठा करने के लिए किया जाता है। यह निवेश का एक अनुशासित और सरल तरीका है जो आपको आपके लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करता है। SIP में आप अपनी सुविधानुसार निवेश कर सकते हैं। आप चाहे तो SIP को बंद कर सकते हैं, बढ़ा सकते हैं या घटा सकते हैं। इससे आपको निवेश में बहुत लचीलापन मिलता है। इसके साथ साथ SIP निवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से आटोमेटिक होती है।
एक बार आपने अपने बैंक खाते से SIP शुरू कर दिया, तो हर महीने अपने आप आपके खाते से पैसे कटते रहते हैं। SIP का फायदा यह है कि अगर आप इसे लंबी अवधि तक जारी रखते हैं, तो बाजार में होने वाले बदलाव में भी औसत में बेहतर रिटर्न ले सकते है। SIP में रेगुलर अंतराल पर निवेश करने से बाजार की अस्थिरता का प्रभाव कम हो जाता है। और इसमें छोटी राशि के साथ भी निवेश की शुरुआत की जा सकती है।
SIP में जितना फायदा है उतना नुकसान भी होता है। SIP में निवेश से पहले आपको पूर्ण जानकारी लेना जरुरी होता है। पर्याप्त जानकारी न होने के कारण नुकसान हो सकता है । जिस SIP फण्ड में निवेश कर रहे है उसके पिछले वर्षो का प्रदर्शन का आंकलन करना, फण्ड मैनेजर की क्षमता एवं रणनीति की जानकारी होना आपके लिए महत्वपूर्ण होती है। आपको बता दे की आपके SIP निवेश को फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
यदि फंड मैनेजर की रणनीति सफल नहीं होती, तो इससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है। फंड मैनेजर की क्षमता और अनुभव पर भी SIP के प्रदर्शन का असर होता है। इससे आपके निवेश पर असर होगा, रिटर्न आपकी उम्मीद के मुताबिक फण्ड मैनेजर की क्षमता एवं अनुभव पर भी निर्भर करता है। और इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है की आपको SIP में हाई रिटर्न मिलेगा ही मिलेगा, मार्किट यदि लगातार निचे रहता है तो रिटर्न दर भी कम हो सकती है। इसके लिए लम्बी अवधि का निवेश आपको फायदा दे सकता है।
Note : SIP , स्टॉक मार्किट सहित अन्य स्कीम में निवेश जोखिम भरा होता है। निवेश की सलाह यहाँ पर नहीं दी गई है। निवेश से पहले सम्बंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर ले।