क्रेडिट कार्ड में डिफॉलर होने की कगार पर हो तो ये करो मिलेगा सीधा फायदा

Written by Anita Yadav

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Credit card : आज के समय में क्रेडिट कार्ड का चलन एवं उपयोग काफी अधिक बढ़ चूका है। 100 में से 70 फीसदी लोगो के पास क्रेडिट कार्ड मौजूद होता है। लेकिन क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके जो खर्चा किया है उसका भुगतान भी तो करना होता है। credit card एक तरह से लोन ही होता है। जो बैंक की तरफ से कुछ शर्तो पर लाभार्थी व्यत्कि को दिया जाता है।

कुछ समझदार लोग credit card का उपयोग समझदारी के साथ करते है। तो वो बैंक के भारी भरकम ब्याज एवं पेनल्टी से बच जाते है। क्योकि वो समय पर भुगतान भी करते है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है। जो credit card लेने के बाद धड़ाधड़ शॉपिंग करते है।

पूरी लिमिट खत्म होने के बाद ही रुकते है। लेकिन इन लोगो के लिए बाद में बड़ी दिक्क़ते होनी शुरू जाती है। बैंक क्रेडिट कार्ड का भुगतान करने को कहेगा और इनके भुगतान के लिए पैसा सही समय पर नहीं होता है। ऐसे में इनको बैंक डिफाल्टर श्रेणी में डाल देते है। क्योकि Credit card से जो भी खर्चा किया जाता है उसको चुकाने का भी एक ग्रेस पीरियड होता है।

इस दौरान यदि भुगतान हो जाता है तो ब्याज नहीं लगता है। यदि इस समय के दौरान भुगतान नहीं होता है। तो बैंक तगड़ा ब्याज भुगतान राशि पर लगाता है और ये समय के साथ यदि भुगतान नहीं किया जाता है तो बढ़ता जाता है और नौबत यहाँ तक आ जाती की डिफाल्टर केटेगरी में नाम आने के संभावना बन जाती है।

अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो चूका है और आप इस स्थिति में फंस चुके है तो आपके पास बचने का एक उपाय तो है। लेकिन इसके लिए आपके पास एक से अधिक क्रेडिट कार्ड होने जरुरी है। जो क्रेडिट कार्ड आपने इस्तेमाल किया है उसकी लिमिट से अधिक लिमिट उस दूसरे क्रेडिट कार्ड की होनी चाहिए और इसमें से इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। अब करना क्या है आइये जानते है।

कर सकते है Credit card बैलेंस ट्रांसफर

जब भी ऐसी नौबत आती है। की आपके क्रेडिट कार्ड का भुगतान काफी बढ़ चूका है। ग्रेस पीरियड खत्म हो चूका है तो आप बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा ले सकते है। लेकिन उसके लिए आपके पास दूसरे क्रेडिट कार्ड का होना जरुरी है। और इसकी लिमिट भी पहले इस्तेमाल किये Credit card से अधिक होनी चाहिए। क्योकि Credit कार्ड से 75 फीसदी तक ही अमाउंट ट्रांसफर किया जा सकता है। अब इस नए क्रेडिट कार्ड से आप अपने पहले वाले क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान कर सकते है। हालाँकि इस में कुछ चार्जेज शामिल होते है।

इससे क्या फायदा होने वाला है?

जब आप क्रेडिट कार्ड से बैलेंस ट्रांसफर करते है तो पहले क्रेडिट कार्ड का जो भी भुगतान होगा वो आप दूसरे क्रेडिट कार्ड से कर देते है। वो क्लियर हो जाता है लेकिन दूसरे क्रेडिट कार्ड में आपको वो भुगतान करना पड़ेगा। इससे आप बच तो नहीं सकते लेकिन आपको दूसरे क्रेडिट कार्ड में ग्रेस पीरियड मिल जाता है। और ग्रेस पीरियड में यदि आप पूरा भुगतान कर देते है तो आपको भारी भरकम ब्याज नहीं देना पड़ता है। ये फायदा आपको मिलता है। और आप डिफॉल्टेर होने से बच सकते है। आपका Credit score भी ख़राब नहीं होता है।

इसमें रिस्क भी है।

आपने दूसरे क्रेडिट कार्ड से पहले का बिल भुगतान कर दिया लेकिन दूसरे क्रेडिट कार्ड में भी भुगतान तो करना ही होगा। लेकिन जो ग्रेस पीरियड मिला है भुगतान के लिए उस समय के दौरान यदि आपने भुगतान नहीं किया तो आपको भारी भरकम ब्याज फिर से देना होगा। इस तरह से फिर से कर्ज के जाल में फंसने का रिस्‍क बढ़ जाता है क्‍योंकि क्रेडिट कार्ड के बिल का ब्याज बहुत भारी भरकम होता है और यह चक्रवृद्धि ब्याज के हिसाब से वसूला जाता है.

कैसे होता है बैलेंस ट्रांसफर

बैलेंस ट्रांसफर के लिए आप ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिये भी कर सकते है। या फिर आप बैंक के कस्टमर केयर में फ़ोन करके भी बैलेंस ट्रांसफर करवा सकते है। बैंक की एप्लीकेशन की मदद से भी आप Credit card Balance Transfer करवा सकते है। साथ ही आप बैलेंस ट्रांसफर को वापस चुकाने का तरीका एकमुश्‍त या ईएमआई विकल्‍प भी चुन सकते हैं.

Note : यहाँ केवल जानकारी दी गई है। यदि आपको क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित कोई दिक्कत है तो बैंक से सम्पर्क करे।

About Anita Yadav

मेरा नाम अनीता यादव है और मैं हरियाणा की रहने वाली हूँ। मुझे न्यूज़ और मीडिया के क्षेत्र में 5 वर्षों का अनुभव है और मैंने कृषि के साथ साथ में बिज़नेस से जुड़े विषयों को बहुतायात और अच्छे ढंग से कवर किया है। बिज़नेस में काफी रूचि होने के साथ साथ में मैं अपने पाठकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी भी समय समय पर आर्टिकल के माध्यम से देती रहती हूँ। आप किसी भी आर्टिकल को लेकर समस्या के कहते या फिर अपने सुझाव दर्ज करवाने के लिए हमे ईमेल कर सकते है। हमारी ईमेल आईडी nflspice@gmail.com है।

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