Sukanya Samriddhi Yojana Calculator – मौजूदा समय में सुकन्या समृद्धि योजना में देश के करोड़ों अभिभावकों ने अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाया हुआ है और उसमे निवेश कर रहे है ताकि आपने वाले समय में उनकी बेटी की पढाई के साथ साथ में उसकी शादी के खर्चों की चिंता से भी उनको मुक्ति मिल सके। अभिभावकों के द्वारा बेटी के इस खाते में निवेश की गई राशि पर काफी अधिक ब्याज दर का लाभ सरकार की तरफ से दिया जा रहा है।
अगर आपने भी अपनी बेटी के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करने के बारे में विचार किया है तो ये बहुतही शानदार और बेहतरीन समय है क्योंकि इस समय सरकार की तरफ से अधिक ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा है। अधिक ब्याज दरों के मिलने के कारण बिटिया को मचायोरिटी के समय में काफी मोटा पैसा मिल जाता है।
लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम यहाँ पर आपको ये बताने वाले है की अगर आपने अपनी बिटिया रानी के नाम से अगर इस स्कीम में निवेश करने का विचार कर लिया है और आप अगर हर महीने 2200 रूपए का निवेश इस स्कीम में करते है तो मच्योरिटी के समय में कितना पैसा सरकार की तरफ से रिटर्न के रूप में दिया जाने वाला है। चलिए जानते है इसके बारे में विस्तार से और ब्याज दरों के साथ में पूरी गणना करते है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
सबसे पहले इस योजना के बारे में थोड़ी सी जानकारी आपको दे देते है। इस योजना में निवेश करने पर बेटियों को सरकार की तरफ से मौजूदा समय में 8.2 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जाता है और इस योजना को भारत की केंद्र सरकार के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत चलाया जा रहा है ताकि इसमें निवेश करके बेटियों के आने वाले भविष्य को उज्जवल और सुनहरा किया जा सके।
इस योजना के तहत सरकार की तरफ से एक परिवार में केवल दो बेटियों को ही लाभ दिया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करने के लिए सरकार की तरफ से 10 साल की आयु का निर्धारण किया हुआ है। यानि की इसमें खाता खुलवाने के लिए बेटी की आयु अधिकतम 10 साल होनी चाहिए और इससे अधिक आयु की बेटी के नाम से इसमें खाता नहीं खुलवाया जा सकता।
निवेश की सिमा
इसके अलावा आपको ये भी बता दें की इस स्कीम में निवेश करने की सिमा को भी सरकार की तरफ से निर्धारित किया हुआ है। इस स्कीम में सालाना कम से कम 250 रूपए बेटी के खाते में निवेश करने अनिवार्य है और अधिकतम निवेश की अगर बात करें तो इसमें आप अधिकतम सालाना 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश कर सकते है।
भारत का कोई भी स्थाई नागरिक अपनी बेटी के नाम से सरकार की इस बेहतरीन स्कीम में खाता खुलवाकर निवेश कर सकता है। बेटी के नाम से खाता खुलवाने के बाद में बिटिया के अभिभावकों के द्वारा उस खाते को मैनेज किया जाता है। इस स्कीम में निवेश 15 साल की अवधी के लिए किया जाता है और मच्योरिटी का समय 21 साल का होता है। इसलिए आपको निवेश केवल 15 साल के लिए ही करना होता है और आपको ब्याज दर का लाभ पुरे 21 साल तक मिलता है।
कर में छूट का लाभ
इस स्कीम में निवेश करने के बाद में आपको आयकर की धरा 80C के तहत छूट भी मिलती है। इसके अलावा इस स्कीम में निवेश के बाद में जब बेटी की आयु 18 साल की होती है तो आप निवेश की राशि का 50 फीसदी तक पैसा निकलकर बेटी की पढाई के लिए खर्च कर सकते है। इसके अलावा बेटी की शादी के समय में भी आपको इस स्कीम से पैसे निकलने की अनुमति सरकार की तरफ से दी जाती है।
2200 हर महीने जमा पर इतना मिलेगा
अगर आपने इस स्कीम में अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाने का प्लान बना लिया है तो आपको बता दें की इस स्कीम में हर महीने 2200 के हिसाब से सालाना आपकी तरफ से 26400 रूपए जमा किये जायेंगे। 15 साल की अवधी के लिए आपको ये निवेश करना होता है ओट 15 साल में आपकी तरफ से स्कीम में कुल 3,96,000 रूपए का निवेश किया जाना है।
अब सरकार की तरफ से इस स्कीम पर आपको 8.2 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जाना है। इस ब्याज दर के साथ में गणना करने के उपरांत बिटिया को 21 साल के बाद में 8,23,254 रूपए ब्याज के रूप में दिए जायेंगे। मच्योरिटी की अवधी पर कुल रिटर्न बिटिया को सरकार की तरफ से 12,19,254 रूपए का दिया जायेगा।