देश में एक बार फिर से बारिश की गतिविधिया तेज होने की संभावना बन रही है। क्योकि नए सिस्टम के एक्टिव होने के कारण देश के अलग अलग हिस्सों में बारिश एवं वज्रपात की घटनाओ में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 15 से 16 जनवरी के दौरान इस सिस्टम के एक्टिव होने के कारण मध्य प्रदेश राज्य में अलग अलग हिस्सों में बारिश की गतिविधिया दर्ज की जा सकती है। आगामी दो दिन के दौरान सीहोर, देवास, नीमच, खरगौन सहित अन्य कई जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात एवं बारिश की गतिविधिया दर्ज की जा सकती है।
राजस्थान राज्य में भी पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव के कारण अलग अलग जिलों में बारिश की गतिविधिया दर्ज हो सकती है। इसमें बूंदी, बांरा, कोंटा, झालावाड़ क्षेत्र में हल्की बारिश की गतिविधिया दर्ज हो सकती है। राजस्थान राज्य के कुछ हिस्सों में कड़ाके की ठण्ड दर्ज की जा रही है। हालाँकि बारिश की गतिविधिया खत्म होने के बाद घने कोहरे की स्थिति कुछ हिस्सों में बन सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव के कारण बारिश एवं बर्फबारी में तेजी
17 जनवरी को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय के पश्चिमी हिस्सों को प्रभावित करने की संभावना है। जबकि एक चक्रवातीय परिसंचरण तंत्र बांग्लादेश के उत्तरी हिस्सों के आसपास बना हुआ है। इनके प्रभाव के चलते अलग अलग हिस्सों में मौसम में बदलाव शुरू होंगे। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बन सकती है। जबकि कुछ हिस्सों में 17 जनवरी के दौरान बर्फबारी एवं बारिश की गतिविधिया दर्ज हो सकती है।
आगामी 48 घंटो के दौरान पंजाब, हरियाणा सहित राजस्थान के कुछ हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति सुबह एवं रात के समय बन सकती है। वही पर आज राजस्थान के पूर्वी हिस्सों, मध्य प्रदेश की उत्तरी हिस्सों, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी एवं दक्षिणी क्षेत्र में बारिश की गतिविधिया दर्ज हो सकती है।