Sukanya Samriddhi Yojana – भारत सरकार की तरफ से देश की बेटियों को उनके सुकन्या समृद्धि योजना खाते (Sukanya Samriddhi Yojana Account) में 21 साल की उम्र में 69 लाख 27 हजार रूपए का लाभ दिया जा रहा है और आप भी अपनी बेटी के नाम से सरकार के द्वारा चलाई जा रही इस स्कीम में खाता खुलवाकर लाभ ले सकते है। मौजूदा समय में सरकार की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना खाते (Sukanya Samriddhi Yojana Account) की ब्याज दरों में काफी बढ़ौतरी की गई है जिसकी वजह से अब बेटियों को अधिक लाभ मिल रहा है।
भारत की केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई इस स्कीम में देश के लाखों लोगों ने अपनी बेटी के नाम से अकाउंट खुलवाकर उसमे निवेश कर रहे है ताकि उनकी बेटी के आने वाले भविष्य को उज्जवल बनाया जा सके। सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश शुरू करने के बाद में जब बेटी की आयु 18 साल की होती है तो आपको उस खाते में से 50 फीसदी पैसे को निकालने की अनुमति सरकार की तरफ से दी जाती है ताकि आप बेटी की पढाई को अच्छे ढंग से करवा सके। चलिए जानते है सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में पूरी डिटेल के साथ में की कैसे आपको सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने के बाद में मच्योरिटी के समय में 69 लाख 27 हजार रूपए का लाभ मिलने वाला है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है
आज भी देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जिनको इस स्कीम के बारे में जानकारी ही नहीं है और उन सभी के लिए सबसे पहले इस स्कीम के बारे में एक छोटी सी जानकारी दे देते है ताकि उनको ये पता चल सके की आखिर ये स्कीम है क्या और उसके बाद आपको निवेश के बारे में बतायेंगे। सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत भारत की केंद्र सरकार की तरफ से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना के अंतर्गत की गई थी और इस योजना की शुरुआत साल साल 2015 में हरियाणा के पानीपत में की गई थी।
सरकार की इस स्कीम को शुरू करने का मुख्य उद्देशय देश की बेटियों के आने वाले भविष्य को उज्जवल करने का है ताकि बेटियों की पढाई और उनकी शादी अच्छे से हो सके और वे अपने पैरों पर कड़ी होकर समाज में कदम से कदम मिलकर साथ चल सके। इस स्कीम में बेटी के नाम से खाता उनके अभिभावकों के द्वारा खुलवाया जाता है और फिर उसमे अभिभावक अपनी इच्छा के अनुसार निवेश करते है। लेकिन निवेश की इस स्कीम में सिमा को भी निर्धारित किया हुआ है ताकि मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा ना मिले।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश की सीमा क्या है
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करने की डाकघर की तरफ से सीमा को निर्धारित किया हुआ है। इस स्कीम में सालाना के हिसाब से निवेश की सीमा को निर्धारित किया गया है। हर साल आपको बेटी के खाते में कम से कम 250 रूपए का निवेश करना अनिवार्य है और अधिकतम इस स्कीम में आपको 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश करने की छूट सरकार की तरफ से दी जाती है।
इस स्कीम में सरकार की तरफ से शुरुआत में कम ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा है था जिसको मोदी सरकार की तरफ से बढाकर अब अधिक कर दिया है। ब्याज दरों में बढ़ौतरी होने के बाद में अब अभिभावकों के द्वारा निवेश की गई राशि पर बेटियों को अधिक रिटर्न का लाभ डाकघर की तरफ से दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में आपको बेटी के नाम से 15 साल तक निवेश करना होता है और इसके 6 साल के बाद में 21वे साल में इस स्कीम की मच्योरिटी का समय होता है। यानि आपको निवेश 15 साल तक करना होता है और ब्याज दरों का लाभ आपको 21 साल तक मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में डाकघर कितना ब्याज देता है
डाकघर की तरफ से चलाई जा रही इस स्कीम में अगर आप निवेश करते है तो मौजूदा समय में साधारण एफडी के मुकाबले में काफी अधिक ब्याज दरों का लाभ बेटियों को दिया जा रहा है। एक तरफ डाकघर की तरफ से साधारण एफडी में एक साल पर 6.9 फीसदी, 2 साल पर 7 फीसदी और 5 साल वाली साधारण एफडी स्कीम में 7.5 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जाता है तो बेटियों के लिए चलाई जा रही इस सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में डाकघर की तरफ से 8.2 फीसदी के हिसाब से ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा है।
इस स्कीम में बेटियों के नाम से खाता खुलवाने की आयु को भी सरकार और डाकघर के द्वारा निर्धारित किया हुआ है। बेटी के नाम से 10 वर्ष या इससे कम आयु में खाता खुलवाया जा सकता है। इसके अलावा एक परिवार से सरकार की तरफ से केवल 2 बेटियों को ही इस योजना के तहत लाभ दिया जाता है। लेकिन अगर पहली बेटी है और उसके बाद दूसरी बेटी के समय एक साथ दो जुड़वां बेटियों का जन्म हुआ है तो इसमें तीनों बेटियों को योजना का लाभ दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में 69 लाख कैसे मिलेंगे
डाकघर की सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करके अगर आप बेटी को 69 लाख रूपए का मच्योरिटी अमाउंट दिलाना चाहते है तो आपको इस स्कीम में हर महीने के हिसाब से 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश करना होता है। ये निवेश आपको हर साल के हिसाब से 15 साल तक करना होता है।
15 साल लगातार निवेश के बाद में बेटी को 21 साल की आयु होने पर 8.2 फीसदी फीसदी की ब्याज दर के साथ में गणना करके डाकघर की तरफ से 69,27,578 रूपए का मच्योरिटी अमाउंट दिया जाता है। ये रकम बेटी की पढाई और उसकी शादी के लिए काफी होती है और इससे बेटी के आने वाले भविष्य को आसानी उज्जवल किया जा सकता है। इसके अलावा इतने रूपए अभिभावक थोड़े थोड़े करके आसानी से जमा कर सकते है और बाद में उन पर आने वाले आर्थिक बोझ को भी आसानी से कम किया जा सकता है।