Post Office RD Scheme – डाकघर की आरडी स्कीम में अगर आपने हर महीने के हिसाब से 1 हजार रूपए जमा किये तो आपको डाकघर की तरफ से 5 साल के बाद में काफी मोटा पैसा रिटर्न के रूप में दिया जाता है। डाकघर की बचत योजना में निवेश करना आज के समय में सभी को काफी पसंद आ रहा है क्योंकि डाकघर की तरफ से तगड़ी ब्याज दरें अपने ग्राहकों को मौजूदा समय में दी जा रही है।
डाकघर की आरडी स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को ब्याजदर भी अच्छी मिलती है और साथ में निवेश पर समय पर पूरा रिटर्न भी डाकघर की तरफ से दिया जाता है। अगर आप भी अपनी हर महीने की छोटी छोटी बचत को एक सही जगह पर निवेश के बारे में सोच रहे है तो फिर डाकघर की आरडी स्कीम आपके बहुत काम आने वाली है। चलिए जानते है इस आर्टिकल में की आखिर हर महीने आप 1 हजार रूपए का निवेश डाकघर की आरडी स्कीम में करते है तो फिर 5 साल के बाद में डाकघर की तरफ से आपको कितना पैसा दिया जायेगा।
हर महीने 1 हजार के साथ निवेश
पोस्ट ऑफिस आरडी स्कीम में अगर आप अपना निवेश शुरू कर रहे है और आपने निवेश की शुरुआत हर महीने 1 हजार के साथ में की है तो आपको डाकघर की तरफ से 6.7 फ़ीसदी की दर से ब्याज की गणना करने के बाद में 5 साल के बाद में 11369 रूपए ब्याज के रूप में दिए जाते है।
5 साल के बाद में डाकघर की इस स्कीम में आपको कुल 71369 रूपए का मच्योरिटी रिटर्न का लाभ दिया जाता है। इसमें 5 साल में आपकी तरफ से हर महीने 1000 के हिसाब से कुल 60 हजार रूपए का निवेश किया जाता है। मच्योरिटी अमाउंट में आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा और आपके द्वारा अर्जित ब्याज दर दोनों ही शामिल होती है।
पोस्ट ऑफिस आरडी स्कीम ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम में ग्राहकों को हर महीने एक निश्चित प्रीमियम का भुगतान करना होता है और ये भुगतान 5 साल के लिए होता है। यानि की आप डाकघर की आरडी स्कीम में निवेसज करेंगे तो आपको 5 साल के बाद में मच्योरिटी का लाभ दिया जाता है। डाकघर की तरफ से इस स्कीम में काफी अच्छी ब्याज दर ग्राहकों को दी जा रही है।
डाकघर की इस स्कीम में निवेश करने ग्राहक मौजूदा समय में 6.7 फ़ीसदी की दर से लाभ प्राप्त कर रहे है। इस ब्याज दर के साथ में ग्राहकों को निवेश करने के उपरांत 5 साल के बाद में काफी अच्छा मच्योरिटी रिटर्न का लाभ मिल जाता है।
Note : यहाँ पर सांकेतिक गणना दी गई है। पोस्ट ऑफिस ब्याज दर केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित होती है। इसमें बदलाव के साथ गणना में भी बदलाव हो सकते है। इसलिए निवेश से पहले पूर्ण जानकारी लेना जरुरी है।